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इन्तहा-ऐ-मोहब्बत

सीमा गुप्ता

इन्तहा-ऐ-मोहब्बत में ,
सहरा मे बसर हो जाएगा...
ये असरा-ऐ-जूनून लेकर ,
की वो दरिया है इश्क का,
कभी तो उतर आएगा ...

Comments

my_life_speaks said…
Hello Seema
aapke kavitae bahut hi achi hai
aapne ismain pyar, uska dard, usmain chupi kysiho ka ahesas sabhi ka bahut hi acha samjasye banaya hai.

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