यद्यपि मेरा प्रश्न परम्परागत ही है फिर भी! आप अपने आरम्भिक जीवन के उन संदर्भों या घटना विशेष पर प्रकाश डाले, जिसने आगे चलकर आप को लेखन के लिए प्रेरित किया? देखिए, अधिकांश लोग लेखक से यही पूछता है कि आपकी प्रेरणा क्या है? पहले के जो लेखक और कवि थे, वे प्रेरणा झट से बता देते थे, लेकिन मैं आज तक प्ररेणा को खोज नहीं पाई कि कहाँ हैं! कई चीजें हैं मेरी जिन्दगी में, जैसे कि बचपन में कविताएँ मुझे अच्छी लगती थीं पढ़ने में, जब मेरे साथ के बच्चे समझते भी नहीं थे, हम दूसरी या तीसरी क्लास में थे तब जब बच्चे सोचते भी नहीं थे कि हम क्या पढ़ रहे हैं, लेकिन अब जब मुझसे प्रश्न होता है तब मेरे दिमाग में यह प्रश्न उठता है कि मुझे कविता क्यूँ अच्छी लगती थी? बार-बार जिसे साहित्य कहते हैं मेरे बचपन में उसके जो बीज हैं या जो कुछ भी है, मैंने कई जगह लिखा है। आओ हम सब झुला झुले, पेंग बढ़ा कर नभ को छुले। यह कविता मुझको बहुत अच्छी लगती थी। मैं जब तीसरी क्लास में थी तभी से। आज जब मैं उसके अर्थ खोजती हूँ तो मुझे उसका बहुत बड़ा अर्थ मिलता है। आपने लेखन अपेक्षाकृत देर से आरम्भ किया, क्यों? ऐसी स्थितियाँ नहीं हु...
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